🇮🇳 15 अगस्त का इतिहास और अनजाने तथ्य
15 अगस्त 1947 को भारत ने लगभग 200 साल की ब्रिटिश गुलामी से आज़ादी पाई थी। इस दिन भारत एक स्वतंत्र राष्ट्र बना और अपने भविष्य की बागडोर खुद संभाली।
📜 लॉर्ड माउंटबेटन ने 15 अगस्त को भारत की आज़ादी का दिन चुना, क्योंकि इसी दिन द्वितीय विश्व युद्ध में जापान ने ब्रिटेन के सामने आत्मसमर्पण किया था।
📍 दिलचस्प तथ्य (Unknown & Interesting Facts)
🔹 1. भारत का कोई आधिकारिक संविधान नहीं था:
15 अगस्त 1947 को भारत के पास कोई पक्का संविधान नहीं था। देश को गवर्न करने के लिए उस समय Government of India Act 1935 लागू किया गया।
🔹 2. भारत और पाकिस्तान की आज़ादी की तारीख अलग-अलग क्यों है?
भारत को 15 अगस्त को आज़ादी मिली जबकि पाकिस्तान को 14 अगस्त 1947 को। माउंटबेटन ने दोनों देशों की आज़ादी का समय अलग-अलग रखा ताकि वो दोनों स्थानों पर मौजूद रह सकें।
🔹 3. पहला राष्ट्रगान 1950 में गाया गया:
"जन गण मन" को आधिकारिक राष्ट्रगान 1950 में अपनाया गया, जबकि स्वतंत्रता के समय तक यह केवल एक गीत के रूप में था।
🔹 4. लाल किले से पहला झंडा किसने फहराया?
भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 15 अगस्त 1947 को लाल किले से पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया था।
🔹 5. आधी रात को मिली थी आज़ादी:
भारतीय स्वतंत्रता का अधिकारिक समय था 14-15 अगस्त की मध्य रात्रि 12 बजे, जब भारत एक स्वतंत्र राष्ट्र बना।
🔹 6. भारत का स्वतंत्रता दिवस सिर्फ भारत तक सीमित नहीं:
15 अगस्त को दक्षिण कोरिया और बहरीन जैसे देशों में भी स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है (भले ही अलग कारणों से)।
🔹 7. नेताजी सुभाष चंद्र बोस का “आजाद हिंद” रेडियो:
1940 के दशक में नेताजी ने कई बार 15 अगस्त को आजादी का दिन घोषित किया था, भले ही वह अस्थायी सरकार के तहत था।
🎯 15 अगस्त क्यों खास है?
यह दिन सिर्फ जश्न का नहीं, बल्कि कृतज्ञता और जिम्मेदारी का दिन है। यह हमें याद दिलाता है कि हमारी आज़ादी लाखों बलिदानों की देन है। यह दिन हमें प्रेरणा देता है कि हम अपने देश को हर क्षेत्र में उन्नति की ओर ले जाएं।
📌 निष्कर्ष (Conclusion)
15 अगस्त का इतिहास केवल किताबों तक सीमित नहीं, यह हर भारतीय के दिल की धड़कन है। इसके पीछे छिपे अनगिनत बलिदान, आंदोलन और संघर्ष आज भी हमें प्रेरित करते हैं। इस स्वतंत्रता दिवस पर, आइए उन अनजान तथ्यों को जानें और अपने देश के प्रति और अधिक समर्पित हों।

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